Sunday, February 23, 2014

तेरे साथ बीता… 
  वो, …… 
 हर एक पल !

मेरी साँसों में समां  गया  , 
तेरी  साँसों कि तरह !!!!

तेरी यादों का धुवाँ 
जज़्ब हो गया 
मेरे  ज़िस्म में .......
 जलते लोबान कि खुशबू कि तरह 

तेरी हथेलियों कि गर्माहट ,…
मेरी  रूह को !

दे गयी तपिश,,… 
क़तरा क़तरा  सुलगने के लिए !!!

प्रियतम मेरे 
तू छोड़ गया मुझे  !
  अकेला ,....... 
तेरे ही,
 ख्यालों को सजाने के लिए  !!!!!!

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