Sunday, February 23, 2014

बस एक ख्याल …। 

जाने क्यों ये ख्याल,
मेरे सपनों कि मुंडेर पे आके बैठ जाते है 
सारा दिन कबूतर के मानिंद 
गुटर गूं गुटर गूं

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